छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ खिलाड़ियों ने छेड़ा आंदोलन, उत्कृष्ट खिलाड़ी तथा पंकज विक्रम एवार्ड पुनः निकालकर उन्हें उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित कर सरकारी नौकरी देने की मांग

रायपुर।छत्तीसगढ़ में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी तथा पंकज विक्रम पुरुष्कार पदक नही मिलने पर आक्रोशित खिलाड़ियों ने रायपुर के साइंस कॉलेज में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी ने कहा छत्तीसगढ़ राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले खिलाड़ियों का हक मारा जा रहा है, पहले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को पदक लाने से उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किया जाता था, जिससे खिलाड़ियों को शासकीय नौकरी मिलती थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने हैंडबॉल, बास्केट बाल, वालीवॉल, को दरकिनार कर के छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के नाम पर गिल्ली डंडा, पिट्ठूल, भंवरा के आड़ में जिन खेलो में राज्य का पदक आता है, उन्हे छुपा रही है, तथा उत्कृष्ट खिलाड़ियों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित न करके एवं उनको नौकरी नही दे कर खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है, तथा उत्कृष्ट खिलाड़ी बंद करने के साथ साथ छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों का भविष्य तो खराब कर ही रही है एवं राज्य के खिलाड़ियों का मनोबल तोड़ने का कार्य कर छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को समाप्त कर रही है। क्योंकि छत्तीसगढ़ में जो वर्तमान सरकार है, उसके पूर्व जब बी.जे.पी की जब सरकार थी उस समय में जो भी ओलंपिक में खेले जाने वाला खेल था, और इन खेलों में जो भी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाता था, बी.जे.पी. के सरकार उन खिलाड़ियों को उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करती थी, तथा जो खिलाड़ी लगातार पांच बार सीनियर लेबल में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करता था उसे भी पंकज विक्रम का अवार्ड दे कर एवं 25000 रुपए का इनाम राशि देकर उन्हें भी उत्कृष्ट खिलाड़ी का सम्मान तथा शासकीय नौकरी दिया जाता था, परंतु भूपेश सरकार के समय में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों का बुरा हाल है, नौकरी नही मिलने से पदक विजेता खिलाड़ी अपने खेल छोड़ कर अपनी रोजी रोटी के लिए जूझ रहे है।