क्राइमछत्तीसगढ़बिलासपुर

आदतन ठग के झांसे में आने वाले पीड़ित ने की एसपी से शिकायत

  • सरकण्डा और सकरी थाना क्षेत्र में आदतन ठग ने दिया ठगी को अंजाम
  • न्यायधानी में अलग-अलग नाम से प्रॉपर्टी बिक्री की दुकान खोलकर डंके की चोट पर ठगी
  • सरकण्डा पुलिस आदतन ठग के मामले में करना चाहती है बारीकी से जाँच
  • टीआई ने एफआईआर करने की बात कही लेकिन एएसआई ने पीड़ित को किया चलता
  • ठगी के एक अपराध के बाद दूसरी अपराध फिर तीसरी उसके बाद इसे धंधा बनाने वाले गिरोह का कब होगा पर्दाफ़ाश?

बिलासपुर।न्यायधानी में अलग-अलग थाना क्षेत्र में अलग-अलग नाम से बाकायदा ऑफिस खोलकर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाला गिरोह सक्रिय है। पुलिस इस ठग गिरोह के मास्टरमाइंड संतोष जायसवाल के खिलाफ पहले भी एफआईआर दर्ज कर चुकी है किंतु वर्तमान समय मे संतोष जायसवाल के झांसे में आने वाले पीड़ितों को थाना की पुलिस यह कहकर चलता कर देती है मामले में जाँच के बाद एफआईआर होगी। इस ठग गिरोह के झांसे में आने वाले पीड़ित जूना बिलासपुर निवासी रमेश गुप्ता ने संतोष जायसवाल, सचिन जायसवाल सहित अज्ञात लोंगो के खिलाफ एसपी संतोष सिह से शिकायत की है।

पीड़ित रमेश गुप्ता के मुताबिक उनके मौसा सुरेश गुप्ता ने उन्हें भूमि व मकान बिक्री का पाम्पलेट विज्ञापन लाकर दिया। जिस विज्ञापन को देखकर रमेश गुप्ता ने मकान खरीदने के संबंध में विज्ञापन पाम्पलेट में दिए नंबर 7805028869 पर संपर्क किया। फोन उठाने वाली अज्ञात लड़की उनसे बोली आप जमीन देखना चाहते है तो सरकण्डा आर.के पेट्रोल पंप के पास बिलासपुर भूमि नाम से हमारा ऑफिस है वहाँ आ जाइए। उनके बुलाने पर रमेश गुप्ता अपने मामा अन्नूलाल गुप्ता के साथ उनके ऑफिस गया। जहाँ ऑफिस में मौजूद अज्ञात लड़की ने उन्हें एक लड़के के साथ जमीन देखने के लिए भेज दिया। रमेश गुप्ता और उनके मामा को अज्ञात लड़के ने मोपका, चिल्हाटी और डी.एल.एस कालेज के पास जमीन दिखाया। जिन जमीन में से डी.एल.एस कालेज एकता कालोनी के पास की जमीन को रमेश गुप्ता ने पसन्द किया। जिसकी कीमत पूछने पर अज्ञात लड़के ने मेलापारा चाटीडीह निवासी संतोष जायसवाल से मिलाया। संतोष जायसवाल ने रमेश गुप्ता को 600 वर्गफुट जमीन पर मकान बनाकर कुल कीमत ग्यारह लाख चालीस हजार (11,40,000) रुपए बताया और एक लाख पचास हजार (1,50,000) नगद देना और बाकी रकम फाइनेस कराकर देने की बात कही। संतोष जायसवाल के कहने पर रमेश गुप्ता तैयार हो गया और ऑफिस में उपस्थित सभी लोगों के सामने बतौर प्रथम बयाना 21 हजार नगद संतोष जायसवाल के भाई सचिन जायसवाल के हाथ मे दे दिया। सचिन जायसवाल ने रमेश गुप्ता को बाकायदा 21 हजार रुपए नगद प्राप्ती का रशीद काटकर दे दिया। बाद में रमेश गुप्ता को संतोष जायसवाल ने दिनांक 12 अप्रेल 2023 को इकरारनामा कराने बिलासपुर तहसील बुलाया। संतोष जायसवाल के कहने पर रमेश गुप्ता तहसील गया और इकरारनामा पर हस्ताक्षर करके संतोष जायसवाल के हाथ मे एक लाख उन्नतीस हजार (1,29,000) रूपए नगद दे दिया। इकरारनामा के दिन सन्तोष जायसवाल ने रमेश गुप्ता से कहा कि एक माह के बाद मकान बनना शरू हो जाएगा, किंतु एक माह बाद भी जमीन पर मकान बनना शुरू नही हुआ सो रमेश गुप्ता ने संतोष जायसवाल को फोन किया जो रमेश गुप्ता को अलग-अलग जगह बुलाकर मिलने नही आया और ऑफिस जाने पर भी रमेश गुप्ता को घुमाया। रमेश गुप्ता ने संतोष जायसवाल और साथियों के द्वारा कराए इकरारनामा में उल्लेखित तहसील बिलासपुर पटवारी हल्का खमतराई खसरा नंबर 101 भूमि का पड़ताल किया, ततपश्चात पता चला कि इकरारनामा में अंकित खसरा क्रमांक का असल स्वामी नरेश गुप्ता,सुरेश गुप्ता और रूपेश गुप्ता है। इससे रमेश गुप्ता को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने इसकी शिकायत सरकण्डा थाना में की। सरकण्डा पुलिस से न्याय नही मिलने पर पीड़ित रमेश गुप्ता ने एसपी संतोष सिह से शिकायत कर कार्यवाही का निवेदन किया।

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