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MUNGELI:-खुटेरा पंचायत चुनाव में हंगामा, बीजेपी प्रत्याशी पर गुंडागर्दी और चुनावी नामांकन ना भरने देने के गंभीर आरोप…

सत्य ज्ञान समागम LIVE NEWS🌍🎥 (प्रिंट मीडिया व वेबपोर्टल)

खुटेरा पंचायत चुनाव में हंगामा, बीजेपी प्रत्याशी पर गुंडागर्दी और चुनावी नामांकन ना भरने देने के गंभीर आरोप…

🌍मुंगेली:-पथरिया-खुटेरा: पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम पंचायत खुटेरा में लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।सूत्रों के अनुसार बीजेपी के सरपंच पद के प्रत्याशी विनोद सिंह ठाकुर पर खुलेआम गुंडागर्दी और विपक्षी प्रत्याशी को नामांकन भरने से रोकने के गंभीर आरोप लगे हैं।

दिव्यांग प्रत्याशी को धमकी और गाली-गलौज

जानकारी के मुताबिक, दिव्यांग प्रत्याशी रघु सिंह ठाकुर जब अपनी पत्नी के साथ नामांकन भरने पहुंचे, तो विनोद सिंह ठाकुर ने उन्हें रास्ते में ही धमकाना शुरू कर दिया। सूत्रों का दावा है कि उन्हें और उनकी पत्नी को गालियां दी गईं, धक्का-मुक्की की गई और यहां तक कि जान से मारने की धमकी भी दी गई।

पुलिस की संदिग्ध भूमिका, गाड़ी जबरदस्ती थाने में रुकवाई

सूत्रों के अनुसार, पथरिया में नोटरी के दौरान पुलिस की मदद से रघु सिंह ठाकुर की गाड़ी को जबरन पथरिया थाना में रोक दिया गया, जिससे वे समय पर नामांकन स्थल नहीं पहुंच सके। जब उन्होंने दूसरी गाड़ी करके वहां पहुंचने की कोशिश की, तो आधे घंटे पहले ही नामांकन कक्ष का दरवाजा बंद कर दिया गया।

छोटे रास्ते से भरा गया नामांकन, फिर भी निरस्त!

हालांकि, रघु सिंह ठाकुर ने किसी तरह एक छोटे रास्ते से हाथ डालकर नामांकन जमा कर दिया, लेकिन बिना किसी गलती के उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया। जब उन्होंने अधिकारियों से नामांकन निरस्त करने का कारण पूछा, तो किसी ने भी जवाब देना जरूरी नहीं समझा।

नामांकन कार्यालय में महिला के साथ बदसलूकी, दस्तावेज छीने

इस पूरे घटनाक्रम के दौरान, नामांकन कार्यालय में आई एक महिला के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया। सूत्रों की मानें तो, विनोद सिंह ठाकुर ने महिला के हाथ से कुछ जरूरी दस्तावेज जबरदस्ती छीन लिए। सवाल ये उठता है कि नामांकन कक्ष में तैनात पुलिसकर्मी उस समय कहां थे?

क्या पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत है?

इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
• नामांकन कक्ष के बाहर पुलिस कहाँ नदारद थे?
• जब एक दिव्यांग प्रत्याशी को धमकाया जा रहा था, तब प्रशासन ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया?
• क्या पुलिस और प्रशासन ने जानबूझकर इस मामले में आंखें मूंद लीं?

गांव का सरपंच या दबंग?

मौजूद पुलिस कर्मी ने की गुंडागर्दी करने वाले नेता का सपोर्ट “क्यों”?

गुंडागर्दी करने वाले नेता और पुलिस का क्या हैं कनेक्शन ?

विनोद सिंह ठाकुर की इस कथित गुंडागर्दी ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। लोग अब सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह सरपंच प्रत्याशी लोकतंत्र के लिए खतरा है? क्या वह गांव का प्रतिनिधि बनने लायक है या सिर्फ एक दबंग जो सत्ता के दम पर चुनाव जीतना चाहता है?

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