
बिलासपुर।कहते है कि मोपका हल्का का खसरा क्रमांक 993 शासकीय अभिलेखों में सरकारी भूमि है किंतु इस खसरा की भूमि का वर्षो पहले ही खरीदी बिक्री हो चुका है वर्षो पहले 993 खसरा की भूमि का कई टुकड़ो में बटांकन हो चुका है वर्षो से शासकीय अभिलेखों में 993 से विभक्त खसरा क्रमांक भूमि में विभिन्न भूस्वामियों के नाम दर्ज है इस खसरा का मिसल भी राजस्व विभाग के लिए मिसाल बन चुका है किंतु भोंदूदास रिक्सा चालक का नाम जबसे मोपका के 993 खसरा से जुड़ा है अचानक इस खसरा की भूमि पर ग्रहण लग गया है नामन्तरण से लेकर खरीदी बिक्री पर सवाल खड़े हो रहे है वही जो लोग खसरा क्रमांक 993 की भूमि को वर्षों पहले खरीद चुके है भवन,घर और बाउंड्री का निर्माण कर चुके है और बाकायदा सरकारी टेक्स भी पटा रहे है वे लोग अब तहसील के चक्कर काट रहे है इसी बीच नया ख़बर सामने आ रहा है 993 खसरा से विभक्त एक खसरा की 2 एकड़ भूमि को नेता के द्वारा खरीदी किया जा रहा है बाकायदा उस पर बाउंड्रीवाल किया जा चुका है सूत्र की माने तो मोपका में 993 खसरा में जिन लोगों ने कम रकबा का जमीन खरीदी किया है उन लोगों का भयादोहन किया जा रहा है नामन्तरण से लेकर सीमांकन पर कभी रोक तो कभी सीधा बिक्री किया जा रहा है इसके बाद भी राजस्व मंत्री के कान में जू नही रेंग रहा है ज्ञातव्य हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर मोपका के सरकारी पट्टी की जमीन पर विभागीय जाँच हुआ और तत्कालीन पटवारी को जेल भी भेज दिया गया जो अभी तक जेल की सलाखों में रोटी तोड़ने मजबूर है किंतु भोंदूदास को मुख्य आरोपी बनाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया ! असल आरोपी के गिरेबान तक पहुचने में बेचारे अधिकारी कमजोर पड़ गये!
नेता ले रहे 2 एकड़ जमीन,बाकायदा बाउंड्रीवाल कराया
बता दे इसी खसरा की 2 एकड़ भूमि को नेता ने लिया है बाकायदा बाउंड्रीवाल भी हो चुका है जिस खसरा की भूमि पर तत्कालीन एसडीएम तुलाराम भारद्वाज ने रोक लगाया था इसके बाद भी इस जमीन को नेता जी ने कैसे ले लिया? वही इस नेता के खिलाफ जाने में लोगों के पसीने छूट रहे है इसलिए नेता जी चुपचाप मोपका 993 जिसे सरकारी जमीन कहते है उसे अपने नाम पर दर्ज कराने आतुर हो गए है!