
ऑडियो के संबंध मे जानकारी नही होने की जानकारी दी,ऑडियो में बिल्हा BO के नाम से 10 हजार रुपये रिश्वत देने की बात
पदोन्नत शिक्षको की पोस्टिंग के दौरान मनचाहा स्थान पर पदस्थापना पाने के लिए रिश्वतखोरी
- शिक्षक आलोक पाण्डेय पर बिल्हा बीओ के नाम से 10 हजार और विकास तिवारी के नाम से 1 लाख 60 हजार रूपए रिश्वत बटोरने का आरोप
बिलासपुर। संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग (जेडी) कार्यालय ने शिक्षको का किस तरह से आर्थिक शोषण किया है यह तो किसी से छिपा नही है किंतु जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अधीनस्थ पद पर पदस्थ शिक्षक के रिश्वतखोरी के ऑडियो को संज्ञान में लेकर क्यों कार्यवाही नही किया जा रहा है यह समझ से परे है दरअसल वर्तमान में ओडांगी के शासकीय स्कूल में पदस्थ शिक्षक श्रवण कुमार जायसवाल ने पदोन्नति संसोधन के दौरान नवीन पदस्थापना पाने के लिए बिल्हा ब्लाक के कर्मा में पदस्थ शिक्षक आलोक पाण्डेय को 1 लाख 70 हजार रुपए रिश्वत देना बताया है उन्होंने दिन तारीख के साथ आलोक पाण्डेय को मीडियाकर्मी से पैसा देना बताया है बिल्हा बीओ के नाम से 10 हजार रूपए और 1 लाख 60 हजार रूपए जेडी कार्यालय के तत्कालीन कर्मचारी विकास तिवारी के नाम से कर्मा हाई स्कूल के शिक्षक आलोक पाण्डेय को देने की जानकारी शिक्षक श्रवण कुमार जायसवाल ने दी है ऑडियो के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी श्री कौशिक जानकारी नही होना बता रहे है वही बिल्हा बीओ 10 हजार रुपए रिश्वत लेने की बात से इंकार कर रहे है और शिक्षक श्रवण कुमार जायसवाल के साथ हुए धोखाधड़ी को 200% गलत भी बता रहे है फिर भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यवाही करने से परहेज करते हुए सब कुछ जेडी कार्यालय के ऊपर थोप रहे है।
सुलगते सवाल
★श्रवण कुमार जायसवाल से आलोक पाण्डेय ने 1 लाख 60 हजार रुपए विकास तिवारी के नाम से लिये है तो क्या पैसा विकास तिवारी को दिया गया है?
★बिल्हा बीओ के नाम से 10 हजार रुपए लेकर शिक्षक आलोक पाण्डेय ने किसे दिया है?
पूरा मामला जानने के लिए शिक्षक श्रवण कुमार जायसवाल और मीडियाकर्मी के बीच बातचीत को नीचे दिए लिंक पर सुने